Last Updated:
वैज्ञानिकों को इजरायल की एक कब्र से जंजीरों में जकड़ा 1500 साल पुराना कंकाल मिला था. उन्होंने पुराने ऐतिहासिक दस्तावेजों के आधार पर मान लिया कि यह जरूर पुरुष का कंकाल होना चाहिए. पर जांच में पता चला कि वह तो मह…और पढ़ें

कंकाल के पुरुष से महिला होने पर काफी कुछ बदल गया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कई बार इतिहास की पड़ताल में कुछ रोचक सबूत मिल जाते हैं. इसकी वजह से इतिहास कारों को उस दौर के बारे में अपनी राय तक बदलने के लिए मजबूर होना पड़ता है. इजरायल में एक पुरानी कब्र की खुदाई के बाल मिले कंकाल की पड़ताल के बाद ऐसा ही कुछ हुआ. उन्हें 3 साल पहले 1500 साल एक कंकाल मिला जो जंजीरों में जकड़ा हुआ था. उन्होंने मान लिया कि यह जरूर किसी पुरुष का कंकाल होगा. लेकिन जब वैज्ञानिकों ने इस कंकाल के टुकड़ों की गहराई से जांच की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए.
पुरुषों में प्रचलित थी ऐसा परंपरा
माना जाता है कि उस दौर में पुरुष खुद को जंजीरों में जकड़वा कर दफनाने की प्रक्रिया करवाया करते थे. इस तरह के लोग खास तरह की धार्मिक परंपरा के तहत जीवन के तामाम सुखों का छोड़कर उच्च आध्यात्मिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए त्याग वाला तपस्वी जीवन अपना लेते थे.
जांच में कुछ और ही मिला
लेकिन शायद वैज्ञानिकों के लिए यह सोचना कुछ ज्यादा ही आसान था. हैरानी की बात तो तब हुई जब उन्होंने कंकाल की जांच में पाया कि कंकाल किसी पुरुष का नहीं बल्कि महिला का है और इस महिला को जंजीरों से किसी सजा या जुल्म के तहत नहीं बांधा गया था. बल्कि यह महिला ही थी जिसने इस तरह का त्याग और तपस्वी के रास्ते को अपनाया था. उसने उसी की तहत खुद को जंजीरों में बंधवाने की परम्परा अपनाई थी.

पहली बार किसी महिला का कंकाल इस तरह से जंजीरों में बंधा मिला है. (तस्वीर: Matan Chocron / Israel Antiquities Authority)
लोकप्रिय था तपस्वी जीवन
इतिहासकार बताते हैं कि ईसाई धर्म अपनाने के बाद रोमन साम्राज्य में चौथी सदी में तपस्वी जीवन की लोकप्रियता में खासा इजाफा देखने को मिला था. जीवन के अंतिम समय के पहले लोग खाना पीना छोड़ लंबे समय तक उपवास रखते थे. और तमाम तरह के शारीरिक सुखों का त्याग कर देते थे.
यह भी पढ़ें:जादू टोने का मक्का है ये द्वीप, हर जगह हैं आत्माएं, दूर दूर से इलाज करवाने आते हैं लोग!
द जर्नल ऑफ आर्कियोलॉजिकल साइंस: रिपोर्ट्स में प्रकाशित अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि जंजीरों में बांधने की इस तरह की परंपरा को पुरुष अपनाते थे, यह तो दस्तावेजों में लिखा है. लेकिन ऐसा महिलाएं भी करती थीं , ऐसा उल्लेख नहीं मिलता है. शोधकर्ताओं कंकाल के दांत का अध्ययन कर पता लगाया कि कंकाल असल में किसी महिला का है. उन्हें यह भी पता चला कि महिला को बहुत ही सम्मान क साथ दफनाया गया था. जो की हैरानी की बात थी.
March 08, 2025, 14:08 IST
1500 साल पुराने कंकाल को वैज्ञानिक समझ रहे थे आदमी, पर हुआ चौंकाने वाला खुलासा