डॉक्टर भी हैरान! नसबंदी के बाद भी गर्भवती हुई महिला, सोनोग्राफी रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया!

Agency:News18 Madhya Pradesh

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Balaghat News: बालाघाट जिले में नसबंदी के बाद भी एक बैगा आदिवासी महिला गर्भवती हो गई और 11 महीने तक प्रसव पीड़ा नहीं हुई. सोनोग्राफी में 45 हफ्तों की प्रेग्नेंसी का पता चला. डॉक्टरों ने हाई रिस्क डिलीवरी कर मां…और पढ़ें

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बालाघाट

बालाघाट में नसबंदी के बाद भी महिला प्रेग्नेंट 

हाइलाइट्स

  • महिला नसबंदी के बाद भी प्रेग्नेंट हुई.
  • 11 महीने की प्रेगनेंसी के बाद सफल डिलीवरी.
  • नसबंदी फेल होने के कारणों की जांच जारी.

बालाघाट. बालाघाट जिले में एक अजीब मामला सामने आया है. इसमें बैगा आदिवासी महिला नसबंदी के बाद भी प्रेग्नेंट हो गई. इतना ही नहीं प्रेगनेंसी के 11 महीने बाद भी महिला को लेबर पेन नहीं हुआ. ऐसे में सोनोग्राफी रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि महिला को 45 हफ्तों की प्रेगनेंसी है. ऐसे में डॉक्टर ने हाई रिस्क मामले में सफल डिलिवरी की, जिसमें मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. लोकल 18 इस तरह के मामले को गहराई से समझने के लिए निकला, देखिए लोकल 18 की खास रिपोर्ट में…

सबसे पहले जानिए क्या है मामला
सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे ने बताया कि 28 साल की महिला 6 फरवरी को सिविल अस्पताल वारासिवनी में गर्भावस्था की जांच के लिए आई थी. जांच करने पर पता चला कि 11 माह की प्रेगनेंसी हो गई थी. प्रेगनेंसी पूरी होने के बावजूद प्रसव पीड़ा शुरू नहीं हुई. बताया जा रहा है कि यह इनका चौथा बच्चा है. साथ ही गर्भवती महिला को (मल्टीग्रेविडा, पोस्टडेटेड, पॉलिहाइड्रेमनियोस) थी. पूर्व में तीन नार्मल डिलीवरी हुई थी.

परिजन बोले बड़ी मुश्किल से नसबंदी हुई थी
प्रसूता आदिवासी बैगा समुदाय से आती हैं. ऐसे में उन्हें नसबंदी के लिए एसडीएम से इजाजत लेनी होती है. तीन बच्चे होने के बाद दफ्तरों के कई चक्कर काटने के बाद उन्हें नसबंदी की इजाजत मिली थी. उस दौरान 6 बैगा महिलाओं ने नसबंदी के लिए अर्जी लगाई थी. दो साल पहले उनकी नसबंदी हुई लेकिन उनमें से पूर्णिमा गेडाम की नसबंदी फेल हो गई और वह प्रेग्नेंट हो गई. ऐसे में परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से परिवार के पालन पोषण में समस्या आती है. अब दोबारा से उनकी नसबंदी हुई.

इन कारणों से नसबंदी फेल होती है
परिवार नियोजन के लिए लोग आम तौर पर नसबंदी का रास्ता अपनाते हैं. ऐसे में कई बार ये फेल भी हो सकती है और महिलाएं प्रेग्नेंट भी हो सकती है. इसके अनेक कारण हो सकते हैं. टेक्निकल मिस्टेक भी एक कारण है, लेकिन ये इस कारण से बहुत कम बार ऐसे मौके बनते है. कुछ मामलों में नसबंदी के बाद स्टेरिलाइजेशन प्रक्रिया खुद रिकवर हो सकती है. ऐसे में नसबंदी फेल हो सकती है. वहीं, फिलहाल के मामले में नसबंदी के फेल होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है.

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