बाड़मेर के इस गांव के युवाओं से शादी नहीं करना चाहती लड़कियां, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान, जानिए

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Barmer News: बाड़मेर के आखिरी गांव अकली के युवाओं से आज भी लड़कियां शादी नहीं करना चाहती हैं. यहां के लोग जब भी अपने बेटे के लिए रिश्ते की बात करने जाते थे, वहां से साफ इंकार हो जाता था. चलिए जानते हैं ऐसा इस ग…और पढ़ें

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पानी

पानी की वजह से नहीं होती हैं शादियां

हाइलाइट्स

  • अकली गांव में पानी की कमी से शादी के रिश्ते नहीं मिलते
  • पानी की किल्लत ने गांव की छवि को बदनाम किया
  • नर्मदा नहर परियोजना से गांव में बदलाव आया है

बाड़मेर. सरहदी बाड़मेर के आखिरी गांव अकली में आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. आलम यह है, कि पानी की वजह से कोई भी परिवार यहां अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहता है. सालों से यहां के लोग पानी के लिए पारंपरिक स्रोत बेरियों पर ही निर्भर रहते हैं, जिसमें कई घंटों तक खड़े रहकर उन्हें पानी के लिए इंतजार करना पड़ता है. यहां के लोग जब भी अपने बेटे के लिए रिश्ते की बात करने जाते थे, वहां से साफ इंकार हो जाता था. लोग कहते थे, जिस गांव में पीने का पानी तक नहीं, वहां अपनी बेटी कैसे दें.

पानी के लिए संघर्ष करते बीता जीवन
बता दें, कि अकली गांव मुनाबाव रेलवे स्टेशन से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और इसकी सीमा पाकिस्तान से सटी हुई है. यहां के लोगों का जीवन पानी की तलाश में संघर्ष से भरा रहा है. 60 साल की बुजुर्ग झिमा देवी लोकल18 से बातचीत करते हुए बताती हैं, कि जब भी वे अपने बेटे के लिए रिश्ते की बात करने जाती थीं, उन्हें साफ इंकार मिलता था. लोग कहते थे, “जिस गांव में पीने का पानी तक नहीं, वहां अपनी बेटी कैसे दें”

हालांकि अब आया है गांव में बदलाव
पानी की इस किल्लत ने न केवल सामाजिक रिश्तों को प्रभावित किया, बल्कि गांव की पहचान को भी एक बदनाम छवि दे दी है. इस वजह से इन गांवों में सामाजिक जीवन पर भी असर पड़ा है. लोग अपनी बेटियों की शादी ऐसे गांवों में करने से कतराते थे, जहां पानी की आपूर्ति अनिश्चित थी. हालांकि अब नर्मदा नहर आधारित पेयजल परियोजना जैसे प्रयासों से इन गांवों में बदलाव आया है.

बेटियों के रिश्ते नहीं करना चाहते लोग
यहां के लोग पीने के पानी के लिए बेरियों पर निर्भर हैं, जो पारंपरिक जल स्रोत हैं. इन बेरियों से पानी निकालने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. इसके बावजूद पानी की गुणवत्ता इतनी खराब है, कि इससे कई बीमारियां भी फैलती हैं. गांव के भारथाराम मेघवाल बताते हैं, कि जिन गांवों में सरकारी पानी की सप्लाई है, वहां के लोग अकली में अपनी बेटियों के रिश्ते नहीं करना चाहते हैं. इस कारण, अकली के लोग मजबूरी में उन गांवों में रिश्ते ढूंढते हैं, जहां पानी की स्थिति खराब है, जिनमें केरकोरी, सुंदरा या रोहिड़ी जैसे गांव शामिल हैं.

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अकली गांव के लड़कों से शादी नहीं करना चाहती लड़कियां, वजह सुन चौंक जाएंगे आप

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