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एक चिड़ियाघर में एक फरमान जारी किया गया है जिसने लोगों को हैरान कर दिया है. चिड़िया घर के प्रवेशद्वार पर नोटिस लगाया गया है. इसमें लिखा है कि यहां मर्दों को बिना परिवार या साथियों के आना मना है. यह आदेश महिलाओं…और पढ़ें

चिड़िया घर में इस तरह से लिंग भेद दिखना अजीब लगता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
आप क्या कहेंगे अगर आप ऐसी जगह पहुंचे जहां पर मर्दों का अकेले जाना मना हो. उन्हें उस क्षेत्र में या तो परिवार या फिर केवल दोस्तों (महिला का होना जरूरी) के साथ ही जाने की इजाजत हो. ऐसा में यह सवाल मन में उठता है कि यह लिंगभेद क्यों? क्या आज के आधुनिक समाज में ऐसी कोई जगह हो भी सकती है जहां ऐसा करने की जरूरत है. आप शायद यकीन ना करें. यह बहस का मुद्दा हो गया है. क्योंकि जापान के एक चिड़ियाघर ने ऐसा ही फरमान जारी किया है.
खुद डायरेक्टर ने लिया फैसला
जापान में एक चिड़ियाघर की निदेशक मीसा मामा को यह फैसला लेने पर मजबूर होना पड़ा कि वहां पुरुषों पर्यटकों को अकेले प्रवेश से वंचित कर दिया जाय. चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक ऐसा उन्हें इसलिए करना पड़ा क्योंकि वहां बार बार उनके खुद के साथ और महिला पर्यटकों के साथ छेड़छाड़ होने की घटनाएं असहनीय रूप से बढ़ गई थीं.
पिछले साल ही खुला है ये चिड़ियाघर
देश के टोचिगी प्रान्त में स्थित, हीलिंग पैवेलियन एक इंटरैक्टिव चिड़ियाघर है. यहां लोग सूअर, बिल्ली, कुत्ते और भेड़ जैसे जानवरों के साथ समय बिता सकते हैं. इसे पिछले साल मार्च में खोला गया था. इसका मकसद जानवरों के साथ बातचीत के जरिए चिकित्सकीय सोहबत देना था. इसमें पालतू जानवरों के साथ लोगों के लिए एक डॉग पार्क भी है.

जापान के चिड़िया घरों में जानवरों के साथ बात करने की इजाजत होती है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Wikimedia Commons)
क्यों लगाया है नोटिस?
लेकिन अब चिड़िया घर के प्रवेशद्वार पर ही नोटिस लगा दिया गया है कि यहां पुरुष आगुंतक अकेले नहीं आ सकते हैं. मीसा ने बताया कि वैसे तो यहां अधिकांश लोग परिवार और जोड़े से ही आते हैं, लेकिन कुछ अकेले मर्दों ने महिला आगुंतकों के साथ उन्हें भी छेड़ा है. चिड़िया घर के निदेशक होने के नाते वे कुछ ज्यादा ही सहन कर रही थीं. पर आखिर कार उन्हें यह कड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा.
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इस फैसले ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया है. कई लोगों ने इसे लिंग भेदभाव की तरह बताया है. वहीं मीसा का कहना है कि वे पुरुषों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन महिला आगुंतकों के सुरक्षा के लिए ऐसे कदम उठाने के लिए मजबूर हैं. कई लोगों ने मीसा का समर्थन भी किया है. इसके कुछ लोगों ने वैकल्पिक सुझाव भी दिए हं. जिनमें ज्यादा से ज्यादा पुरुष स्टाफ को शामिल करना भी शामिल है.
February 14, 2025, 16:39 IST
य’हां मर्दों का अकेले आना है मना’, चिड़िया घर ने बनाया नियम, चौंका देगी वजह!