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एक कपल के तब होश उड़ गए, जब उन्होंने हाल ही में खरीदा कुत्ते को डॉक्टर के पास ले गए. एक शेल्टर से बड़ा सा कुत्ता खरीद के के बाद उन्होंने उसका बर्ताव कुछ अजीब सा पाया. ऐसे में डॉक्टर के पास ले जाने पर डॉक्टर ने…और पढ़ें

हैरानी की बात ये थी कि बहुत दिनों तक परिवार को पता ही नहीं चला कि वह कुत्ता नहीं है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
आपने ऐसी कहानी तो बहुत सुनी होंगी कि कोई इंसान सड़क या कहीं से लावारिस पड़ा जानवर कुत्ता समझ कर उठा लाया हो, लेकिन बाद में पता चला हो कि वह तो कुत्ता है ही नहीं. पर कई बार लोग सोच समझ कर किसी तरह का कोई कुत्ता गोद ले लेते हैं. इसके लिए उन्होंने डॉग शेल्टर जैसी संस्थों की मदद लेनी पड़ती है. लेकिन कई बार ऐसा करना भी कम जोखिम का काम नहीं होता है. एक जोड़े को एक रेस्क्यू किया हुआ बड़ा सा कुत्ता गोद लेना तब भारी पड़ गया, जब वे उसे डॉक्टर के पास ले गए. लेकिन डॉक्टर ने खुलासा किया कि वह तो किसी भी नस्ल का कुत्ता ही नहीं है.
कुत्ता गोद लेने का फैसला
एक महिला ने इस पूरे किस्से को सोशल मीडिया पर शेयर किया था. उसने बताया कि सालों पहले उसकी मां और उनके पिता ने अपने प्यारे जर्मन शेफर्ड को खो दिया था. कुछ दिन शोक में बिताने के बाद वे एक नए कुत्ते को अपनाना चाह रहे थे. इसलिए उन्होंने 1987 में कैलिफोर्निया के पालो आल्टो एनिमल शेल्टर का रुख किया.
एक अनोखा प्रस्ताव
दोनों के इस दौरे से स्टाफ यह जानकर बहुत ही खुश हुआ कि उन्हें बड़े कुत्ते की तलाश है. उन्होंने एक ऐसा कुत्ता देने की पेशकश की जो अनुभव मालिकों के बीच पला था और इसके लिए उन्होंने उसकी फीस में भी काफी डिस्काउंट दिया. इस प्रस्ताव के बाद भी दोनों को किसी तरह का शक नहीं हुआ.

कुछ दिनों बात परिवार को लगा कि कुत्ते का बर्ताव समान्य नहीं है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
अजीब सा बर्ताव
करीब 45 किलो के वजन की इस नए पेट का नाम पति पत्नी ने मेजल टोव रखा. मेजल बहुत ही बुद्धिमान थी. वह दरवाजा खोल सकती थी और इसके अलावा भी कई काम कर सकती थी. वह करीब दो किलो का खाना खा जाती थी. लेकिन धीरे धीरे मालिकन को उसके बर्ताव पर शक होने लगा. वह भौंकती नहीं थी और बहुत ही जल्दी ही अच्छे से आदेशों को समझने लगी थी. मां ने फिर उसका चेकअप कराने कि लिए वेट डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया.
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लेकिन जब वे मेजल को डॉक्टर के पास ले गए तो डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वे किसी कुतिया को नहीं बल्कि एक मादा भेड़िया को ही पाल रहे हैं. महिला ने बताया कि उनकी मां को डॉ हमादा ने हैरानी पूछा कि उन्हें यह मादा भेड़िया कहां से मिली? पूरी जांच के बाद उन्होंने बताया कि मेजल एक संकर प्रजाति का मादा भेड़िया है. यह सच जानने बाद भी परिवार ने मेजल का पाला और वह 19 साल तक परिवार के साथ रही.
February 21, 2025, 15:53 IST
कपल ने खरीदा कुत्ता, अजीब लगा बर्ताव, ले गए डॉक्टर के पास, सच जान उड़े होश