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आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां का पैसा बेकार है. दुकान पर सामान खरीदना हो तो कबाड़ी के भाव तौलकर लोग उस नोट को लेते हैं. क्या आप उस स्वघोषित देश के बारे में जानते हैं?

दुनियाभर के अलग-अलग देशों में अलग-अलग करेंसी है. भारत में रुपया चलता है तो बांग्लादेश में टका. थाईलैंड में बाथ तो अमेरिका में डॉलर. यूरोपियन देशों में पाउंड और यूरो का बोलबाला है. हर देश की करेंसी वहां के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. दूसरे देशों से जब भी कोई वहां पहुंचता है तो उन्हें करेंसी एक्सचेंज करवानी पड़ती है. लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां की करेंसी बहुत बेकार है. ऐसे में अगर आप वहां कुछ सामान लेने जाएंगे, तो करेंसी की कीमत कबाड़ी के भाव तौलकर लगाई जाती है. क्या आप उस स्वघोषित देश के बारे में जानते हैं? अगर नहीं जानते तो बता दें कि उस देश का नाम सोमालीलैंड (Somaliland) है. सोशल मीडिया पर वहां का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ऐसा दावा किया जा रहा है. हालांकि, सोमालीलैंड की अधिकृत करेंसी सोमालीलैंड शिलिंग है.
वायरल हो रहे इस वीडियो में बताया गया है कि दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां के पैसे इतने बेकार हैं कि लोग उन्हें गिनने के बजाय तराजू में तौलते हैं. जी हां, आपने सही सुना. इस देश का नाम सोमालीलैंड है, जो खुद को आजाद मानता है. लेकिन दुनिया इसे देश मानने को तैयार नहीं है. अफ्रीका के पूर्वी हिस्से में स्थित सोमालीलैंड एक छोटा सा क्षेत्र है. साल 1991 में जब सोमालिया गृहयुद्ध में डूब गया था, तब सोमालीलैंड ने खुद को अलग देश घोषित कर लिया. यह इलाका लगभग 1 लाख 37 हजार स्क्वैयर मीटर तक फैला है, जबकि यहां की आबादी करीब 40 लाख है. इस स्वघोषित देश को सबसे खास यहां की करेंसी बनाती है, जिसे लोग सब्जियों की तरह खरीदते हैं. पूरे सोमालिया की करेंसी सोमाली शिलिंग है, जहां 1 डॉलर लगभग 570 सोमाली शिलिंग के बराबर होती है. वहीं, सोमालीलैंड में 1 अमेरिकी डॉलर की कीमत 10 हजार से 11 हजार सोमालीलैंड शिलिंग के बराबर होती है. इस वजह से यहां के दुकानदार पैसों को गिनने की जगह तौलने पर भरोसा करते हैं. ऐसे में आप जाएंगे तो भारत के सौ रुपए के बदले लगभग आपको 12 हजार सोमालीलैंड शिलिंग मिलेंगे. उसके बाद ही वहां पर खरीदारी संभव है.