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हमारे सौरमंडल में गैसीय चंद्रमा नहीं हैं. पर क्या ऐसे चंद्रमा हो भी सकते हैं? वैज्ञानिक मानते हैं कि वे संभव हैं. सौरमंडल से बहुत दूर मौजूद दो पिंडों को देखकर वैज्ञानिकों को लगता है कि वे गैसीय चंद्रमा हो सकते …और पढ़ें

हैरानी की बात ये है कि अभी तक गैसीय चंद्रमा ना दिखने के बाद भी इसकी संभावना है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हमारे सौरमंडल में गैसीय ग्रह तो हैं. पर चंद्रमा केवल पथरीले हैं, अगर हैं तो क्योंकि कुछ ग्रहों का तो एक भी चंद्रमा नहीं है. पर आखिर हमारे सौरमंडल में कोई गैसीय चंद्रमा क्यों नहीं है. क्या गैसीय चंद्रमा हो नहीं सकते? क्या वाकई हमारी गैलेक्सी के हजारों ग्रह तंत्रों में एक भी गैसीय ग्रह नहीं है. या ऐसा हो ही नहीं सकता है. अगर ऐसा हो सकता है, तो हमारे सौरमंडल में ऐसा क्यों नहीं है? विज्ञान इन सवालों के रोचक जवाब देता है.
क्या हो सकते हैं ऐसे चंद्रमा?
तो सबसे पहला सवाल, क्या गैसीय चंद्रमा हो सकता है? आपने भले ही अभी तक किसी भी गैसीय चंद्रमा के बारे में ना सुना हो, लेकिन हकीकत यही है कि वैज्ञानिक मानते है कि गैसीय चंद्रमा बिलकुल हो सकते हैं. लेकिन यह भी सच है कि अब तक हम ऐसे चंद्रमा की खोज कर नहीं पाए हैं. लेकिन यह भी फैक्ट है कि हम सौरमंडल के बाहर के सारे चंद्रमा ,जिन्हें एक्जोमून्स कहते हैं, नहीं खोज पाए हैं.
दो प्रबल उम्मीदवार
अभी तक खोजे गए दो एक्जोमून केप्लर-1625b-i और केप्लर-1708b-i नाम के चंद्रमा पाए जाने की खबर है. इनके बारे में माना जाता है कि ये नेप्च्यून के आकार हैं, और अगर ये सच हुआ तो संभावना यही है कि वे ठोस नहीं होंगे. यहां तक कि तरल ग्रह और मोटे वायुमंडल वाले ग्रह भी नहीं होंगे. लेकिन अभी जब तक इनके बारे में ठोस जानकारी नही मिलती कुछ भी दावा नहीं किया जा सकता है.

सौरमंडल में इस तरह के चंद्रमा का ना होने की खास वजह है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
कैसे बन सकते हैं ऐसे चंद्रमा
वैज्ञानिक मानते हैं कि गैसीय चंद्रमा बनने के दो रास्ते होते हैं. या तो कोई छोटा गैसीय ग्रह को कोई बड़ा ग्रह अपने कब्जे में ले ले और अपना चंद्रमा बना ले या फिर किसी प्लैनटरी डिस्क में बहुत सारा पदार्थ अपने तारे से बहुत दूर हो. लेकिन ऐसे चंद्रमा बनना आसान नहीं है. इसके लिए बहुत ही बड़ी मात्रा में पदार्थ होना चाहिए और खुद ग्रह भी काफी बड़ा होना चाहिए. सौरमंडल में सबसे छोटा गैसीय पिंड यूरेनस है, जो पृथ्वी से 14 गुना बड़ा है.
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चंद्रमा अपने ग्रह से काफी छोटा होता है, और गैसीय पिंड बनने के लि कम से कम यूरेनस या नेप्च्यून जितना तो बड़ा होना ही चाहिए, ऐसे में उसका ग्रह कितना बड़ा होगा? वहीं शनि बृहस्पति बड़े तो हैं, लेकिन उनके गैसीय चंद्रमा बनने के लिए पर्याप्त चंद्रमा नहीं है. अगर बृहस्पति के चार सबसे बड़े चंद्रमा भी मिल जाएं तो वे मिलकर एक गैसीय चंद्रमा नहीं बन सकते. ऐसे में उम्मीद सौरमंडल से बाहर के ग्रहों की तलाश के साथ ऐसे चंद्रमा कभी मिल जाएं तो ही उम्मीद है. इसके लिए बहुत ही उन्नत तकनीक के टेलीस्कोप की जरूरत होती है.
February 22, 2025, 20:12 IST
Amazing Science: क्या हो सकते हैं गैसीय चंद्रमा, वैज्ञानिकों ने दिया रोचक जवाब